Raipur। चीतों की वापसी को लेकर पर्यावरण और वन्यजीवों से जुड़े लोग ख़ुश हैं। ख़ुशी का मसला भी है, आख़िर क़रीब सत्तर बरस बाद चीते वापस भारत की धरती पर आ रहे है, बल्कि उसी मध्यप्रदेश में जहां से वे विलुप्त हुए थे। लेकिन इस चीते की वापसी पर छत्तीसगढ़ में राजनीति शुरु हो गई है। प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने चीते के मसले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर ही टिप्पणी करते हुए कह दिया कि, उन्हें जीव जंतुओं से लगाव है, मानव जीवन से नहीं है। मंत्री भगत का यह बयान आया तो बीजेपी हमलावर हो गई और उसने कोरोना काल से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक की फ़ेहरिस्त खड़ी कर सलाह भी दे दी कि, मंत्री भगत को मोदी जी से सीखना चाहिए। इधर केरल से लौटे मुख्यमंत्री बघेल ने चीते के भारत आने पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए शुभकामनाएँ देकर मामले को सम्हालने की कोशिश की। लेकिन सियासत में बीजेपी को हमलावर होने का मौक़ा मिल गया है और ये हमला जल्दी नहीं थमेगा।
क्या कहा मंत्री अमरजीत ने
प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से चीतों की वापसी को लेकर प्रश्न किया गया तो मंत्री अमरजीत भगत ने कहा
“माननीय प्रधानमंत्री जी का मानव जीवन के पक्ष में उनका लगाव नहीं है बल्कि अन्य जीव जंतुओं क पक्ष में उनका ज़्यादा इंट्रेस्ट दिखता है..मानव जीवन मानव सभ्यता से उनका विशेष लगाव नहीं है..”
क्या बोली बीजेपी
मंत्री अमरजीत भगत का यह बयान जैसे ही आया, बीजेपी को हमलावर होने का अवसर मिला और उन्होंने इसमें बिल्कुल देरी नहीं की। बीजेपी ने कोरोना काल और वैक्सीन का ज़िक्र करते हुए मोदी के मानववाद का ज़िक्र किया और साथ ही पूछा कि इसमें जातियाँ कौन ला रहा था। बीजेपी प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा
“मोदी जी का मानव सेवा के प्रति प्रेम कोविड काल में दिख गया।200 करोड़ वैक्सीन के डोज़,पूरे देश के लोगों को मुफ़्त में लगाए गए।आप को थोड़े समय दिया गया था लगाने, उसमें भी आपने जाति में बाँट दिया, और केवल वैक्सीनेशन के डोज़ ही नहीं, देश के 80 करोड़ लोगों को अनाज की व्यवस्था भी की है मोदीजी ने।अरे आप थोड़ा सा सीख लो तो अपने क्षेत्र के आदिवासी भाइयों की संस्कृति परंपरा की रक्षा कर सकोगे, पूरे प्रदेश की तो नहीं कर सकते कम से कम अपने क्षेत्र की ही कर लो।”
सीएम बघेल ने कहा -स्वागत करते हैं
मंत्री कवासी लखमा के बाद मंत्री अमरजीत भगत के बयान से सियासत फिर गरमा गई। वैसे भी बीजेपी को बैठे बिठाए हमलावर होने का अवसर मिला तो उसे चुकती क्यों। इधर सीएम बघेल केरल में पदयात्रा कार्यक्रम में भाग लेकर लौटे तो उन्होंने यह कहते हुए बात सम्हालने की कोशिश की
“बहुत सारे देशों में इस प्रकार से वन्यजीवों का आदान प्रदान होता है..बहुत सारे प्रदेशों में भी होता है.. तो उसमें चीता लाया जा रहा है सर्वाइव हो.. हमारी शुभकामनाएँ हैं अच्छा है..यहाँ के लोगों को भी चीता देखने को मिलेगा”
बीजेपी हमला करेगी
प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कही गई मंत्री भगत की टिप्पणी पर सूबे में सियासत गरम है। हर मामले को मसला बनाने की क़वायद में जुटी बीजेपी इसे इतनी आसानी से शायद नहीं छोड़ेगी।